मन की शक्ति ही बचा सकती है आत्महत्या के ख्याल से, जानें कैसे करें इसे मजबूत।
छोटे शहर से बड़े सपने लेकर मुंबई आया था एक लड़का। सपना था फिल्म जगत में अपनी एक्टिंग से अपना सिक्का जमाना।पहले सीरियल और फिर बाद में एमएस धोनी पर बनी फिल्म में अपना कमाल दिखा कर सुशांत सिंह राजपूत ने अपने सपने को सच भी कर दिखाया लेकिन कुछ समय से डिप्रेशन से जूझ रहे इस अभिनेता ने जिंदगी से हार मान ली।सुशांत सिंह राजपूत ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। हम सभी ऐसा कहते हुए देखे जाते हैं की आत्महत्या करने वाला बेहद कमजोर और डरपोक होता है जो जिंदगी में आने वाली मुश्किलों का सामना नहीं कर पाता लेकिन ऐसा है नहीं।डिप्रेशन जो कि देखने में कोई फिजिकल बीमारी नहीं है लेकिन फिर भी इंसान को अंदर से इतना तोड़ देती है कि वह अपनी जीवन लीला ही खत्म करने की सोच बैठता है। सुशांत भी शायद इस ना दिखने वाली बीमारी से जूझ रहे थे।
जीवन पृथ्वी पर अनमोल चीज मानी गई है पुराणों और शास्त्रों में वर्णन मिलता है कि जिसका जन्म हुआ है उसकी मृत्यु भी निश्चित है इस नश्वर संसार में अमरत्व प्राप्त करने का कोई तरीका नहीं है प्रत्येक मनुष्य के जन्म और मृत्यु का समय निश्चित है लेकिन जब इसी समय के हिसाब से अगर कोई शरीर छोड़ने की सोचता है तो वह आत्महत्या की ओर प्रेरित होता है।
आत्महत्या जिसका अर्थ है स्वयं को मारना जानबूझकर अपनी मृत्यु का कारण बनने के कार्य को करना ।
आत्महत्या अक्सर निराशा के चलते की जाती है। लगभग 8,00,000 से 10,00,000 लोग हर वर्ष आत्महत्या करते हैं
आत्म हत्या और आत्महत्या का प्रयास पूर्व में अपराधी के रूप से दंडनीय अपराध था लेकिन पश्चिमी देशों में अब ऐसा नहीं है बहुत से मुस्लिम देशों में यह आज भी दंडनीय अपराध है 20 वीं और 21 वीं सदी में आत्मदाह के रूप में आत्महत्या विरोध का एक तरीका है
अगर आप को आत्महत्या के विचार मन में आ रहे हैं तो निम्नलिखित बातें जरूर ध्यान में रखें---
✓ यदि आत्महत्या के विचार मन में आ रहे हैं तो आपके जो सबसे करीबी भरोसेमंद हैं उसके साथ बैठे और जी भरकर रोएं ।
✓अगर आपके दिल में सुसाइड की ख्याल आ रहे हैं तो आप मनोवैज्ञानिक कंसलटेंट से संपर्क करें और उसे अपने दिल की मन की सारी बात बताएं दिल खोल कर ऐसा करने से आपके मन का बोझ हल्का होगा।
✓खुद को अहमियत दो। इसलिए दीवार पर अपनी सारी अच्छाइयां लिखकर लगा दो
✓यदि आप बहुत लंबे वक्त से दोस्तों से नहीं मिले हैं तो फौरन उनसे मुलाकात करें। जो अच्छा लगता है वो करें, इससे दिमाग शांत होगा।
✓सुबह-सुबह किसी एकांत जगह पर ताजी हवा में मॉर्निंग वॉक करने जाएं। कानों में हेडफोन लगाकर गाना सुनने की बजाय चिड़ियों, हवा में लहरा रहे पत्तों और पानी की आवाज को सुनें। इससे मन को शांति मिलती है और नकारात्मक विचार दूर होते हैं।
✓किसी जरूरतमंद या गरीब की मदद करें, इससे आपका मन हल्का महसूस करेगा और उनके चेहरे की मुस्कान आपके मस्तिष्क को शांति देगी।
✓हमेशा याद रखें खुद से बढ़कर कोई नहीं। जन्म लेने, खाना खाने, सांस लेने, पानी पीने और खुश रहने का मकसद जीवन को जीना है। जिंदगी में कितने भी उतार-चढ़ाव क्यों ना आएं आत्महत्या करने का ख्याल कभी मन में मत आने दीजिए।
Nice
जवाब देंहटाएंYou are right
Nice
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